coronavirus की vaccine को आने में लगेगा इतना समय
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COVID-19 |
कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था की ऐसी की तेसी कर दी है पूरा विश्व इस वायरस का शिकार हो गया है । विकसित देशों की हालत सबसे खराब है । अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश भी कोरोना के सामने गुटने टेक दिए है । कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा केस अमेरिका में ही है और ये वायरस काफी तेजी से फैलता है । जब तक इसके लक्षण किसी मे दिखाय देता है तब तक वो संक्रमित व्यक्ति कई लोगो को संक्रमित कर चुका होता है ।
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coronavirus vaccine oxford university |
आपको बता दे कि अभी तक कोरोना वायरस की ना तो vaccine मिली है ना ही कोई दवाई मिली है । विश्व के कई देश कोरोना वायरस की vaccine बनाने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे है । अब खबर मिली है कि Oxford University ने कोरोना की vaccine का मानव पर परीक्षण शुरू कर दिया है । भारत की vaccine बनाने वाली कंपनी serum institute of india ने रविवार को कोरोना के खिलाफ जारी जंग में राहत पहुंचाने वाली खबर साझा की है । कंपनी के सीईओ ने बताया कि अगर Oxford University द्वारा Covid-19 की vaccine का सफल परीक्षण होता है तो अक्टूबर तक यह vaccine बाजार में आ सकती है । आपको बता दे कि कंपनी vaccine का प्रोडक्शन दो से तीन सप्ताह में शुरू करने जा रही है । Oxford University ने विश्व की 7 कंपनी के साथ पार्टनरशिप की है जिसमे भारत की सेरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (serum institute of india) भी शामिल है ।
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corona vaccine trial |
कंपनी के सीईओ अदार पूनावाला का कहना है कि हमारी टीम Oxford University के डॉ हिल के साथ मिलकर करीबी से काम कर रही है । हमें उम्मीद है कि अगले दो से तीन सप्ताह में हम इसका उत्पादन शुरू कर देंगे । पहले छह महीने उत्पादन की क्षमता प्रतिमाह 50 लाख खुराक की रहेगी । इसके बाद हमें उत्पादन बढ़ाकर प्रति माह 1 करोड़ खुराक कर लेने की उम्मीद है । आपको बता दे कि serum institute of india ने पहले भी Oxford University के साथ मिलकर मलेरिया की vaccine पर काम कर चुके है । कंपनी का कहना है कि परीक्षण सफल होता है तो अक्टूबर तक ये vaccine बाजार में आ जायेगी । कंपनी भारत मे भी इस टिके का परीक्षण करने चाहती है जिसके लिए कंपनी ने सरकार से अनुमति भी ले ली है ।
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corona warriors |
उन्होंने कहा कि vaccine का मैन्यूफैक्चर पुणे स्थित प्लांट में किया जाएगा । कंपनी इस vaccine का पेटेंट नहीं कराएगी और इसे न सिर्फ भारत बल्कि दुनियाभर की कंपनियों के लिए उत्पादन व बिक्री करने के लिए उपलब्ध कराएगी । उन्होंने कहा कि जो कोई भी इसका vaccine विकसित करेगा, उसे टीके के मैन्यूफैक्चरिंग के लिए कई साझेदारों की जरूरत पड़ेगी । कंपनी के सीईओ का कहना है कि अभी तो वैक्सीन के प्रयोग के लिए हमने फाइनेंस किया है । आगे चलकर प्रोडक्शन बढ़ाने पर अन्य पार्टनर भी सहयोग करेंगे ।
उम्मीद है आपको यह आर्टिक्ल से कुछ जानकारी मिली होगी |
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